आज के डिजिटल युग में अधिकतर लोग अपने जीवन बीमा प्रीमियम को समय पर और सुविधाजनक तरीके से भरना चाहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए LIC (Life Insurance Corporation of India) ने NACH और e-NACH जैसे साधनों को अपनाया है जिससे ग्राहक आसानी से ऑटो डेबिट सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि NACH और e-NACH क्या होते हैं, कैसे इनका रजिस्ट्रेशन किया जाता है, इसके फायदे क्या हैं, और यदि NACH बाउंस हो जाए तो क्या चार्जेस लगते हैं।
NACH क्या है?
NACH का पूरा नाम है National Automated Clearing House। यह एक ऐसी सुविधा है जिसे भारत की एक संस्था NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने बनाया है। इसका काम है बार-बार होने वाले पैसों के लेन-देन को आसान बनाना। मतलब अगर आपको हर महीने, हर तीन महीने या हर साल किसी को पैसे देने होते हैं, तो यह सिस्टम अपने आप आपके बैंक खाते से पैसे काट देता है – जैसे बीमा प्रीमियम, लोन की EMI आदि।
जब आप NACH के लिए रजिस्ट्रेशन करते हैं, तो आप LIC या किसी कंपनी को यह अनुमति देते हैं कि वे आपके बैंक खाते से तय समय पर पैसे ले सकें। इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होता है जिसे मैंडेट कहा जाता है। एक बार यह सेट हो गया, तो हर बार आपको खुद से भुगतान करने की जरूरत नहीं होती – पैसे अपने आप कट जाते हैं। इससे आपकी पेमेंट समय पर हो जाती है और भूलने की टेंशन नहीं रहती।
NACH सिर्फ बीमा के लिए ही नहीं, बल्कि और भी कई कामों में आता है। जैसे – बैंक लोन की EMI भरना, सरकार से मिलने वाली सब्सिडी लेना, बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन, स्कूल की फीस भरना या म्यूचुअल फंड में पैसे लगाना। बड़ी कंपनियां और सरकारें NACH से लाखों लोगों को एक साथ पैसे भेज सकती हैं या उनसे ले सकती हैं – वो भी जल्दी, सुरक्षित और बिना गलती के।
e-NACH क्या होता है?
e-NACH एक डिजिटल सुविधा है जो NACH का ही आधुनिक रूप है। इसका मतलब है कि अब आपको बैंक या LIC ऑफिस जाकर फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होती। सब कुछ ऑनलाइन होता है – बिना किसी कागज के। e-NACH से आप अपने बैंक खाते को सीधे LIC या किसी और संस्था से लिंक कर सकते हैं ताकि पेमेंट अपने आप तय तारीख पर हो जाए।
जब आप e-NACH के ज़रिए रजिस्ट्रेशन करते हैं, तो आपको सिर्फ कुछ स्टेप ऑनलाइन फॉलो करने होते हैं। LIC की वेबसाइट या ऐप पर जाकर आप अपनी पॉलिसी डिटेल्स डालते हैं, फिर बैंक चुनते हैं और नेट बैंकिंग या डेबिट कार्ड से एक बार वेरिफिकेशन करते हैं। इसके बाद आपका अकाउंट उस संस्था से लिंक हो जाता है, और हर बार प्रीमियम की राशि खुद-ब-खुद कट जाती है।
e-NACH की सबसे बड़ी खासियत है कि यह तेज़, सुरक्षित और पेपरलेस है। आपको बार-बार फॉर्म भरने या बैंक जाने की जरूरत नहीं होती। इससे समय और मेहनत दोनों की बचत होती है। साथ ही, पेमेंट समय पर हो जाने से पॉलिसी लैप्स होने का खतरा भी नहीं रहता। ये सुविधा आज के समय में बहुत आसान और भरोसेमंद तरीका बन चुकी है भुगतान करने का।
LIC NACH Registration कैसे करें? (ऑफलाइन प्रक्रिया)
अगर आप LIC प्रीमियम का भुगतान अपने बैंक खाते से ऑटोमैटिक कटवाना चाहते हैं, लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया से सहज नहीं हैं, तो ऑफलाइन यानी फिजिकल प्रोसेस आपके लिए बेहतर विकल्प है। इसमें आपको अपने नजदीकी LIC ऑफिस जाकर कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करने होते हैं। नीचे इस प्रक्रिया को आसान भाषा में स्टेप-बाय-स्टेप समझाया गया है:
1. LIC शाखा में जाएं
सबसे पहले आप अपने घर के पास स्थित LIC ऑफिस या शाखा में जाएं। वहां पर ग्राहक सेवा अधिकारी या हेल्प डेस्क से बात करें और उन्हें बताएं कि आप अपनी पॉलिसी के लिए NACH ऑटो डेबिट सुविधा शुरू करवाना चाहते हैं।
2. NACH फॉर्म प्राप्त करें
LIC शाखा से आपको एक NACH Mandate Form मिलेगा। यह फॉर्म NACH सुविधा शुरू करवाने के लिए बहुत जरूरी होता है। कुछ एजेंट्स या LIC वेबसाइट से भी यह फॉर्म प्रिंट किया जा सकता है, लेकिन शाखा से लेना अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक रहता है।
3. फॉर्म को ध्यान से भरें
अब इस फॉर्म में आपको अपनी बुनियादी जानकारी भरनी होती है जैसे:
आपका पूरा नाम (पॉलिसी में दर्ज नाम के अनुसार), पॉलिसी नंबर, बैंक का नाम, बैंक खाता संख्या, बैंक का IFSC कोड, कितनी राशि और कितनी बार (महीने, तिमाही आदि) कटेगी, इस फॉर्म को साफ और स्पष्ट लिखावट में भरना जरूरी है ताकि बाद में कोई गलती न हो।
4. कैंसिल चेक लगाएं
आपको अपने उस बैंक अकाउंट का एक Cancelled Cheque (कैंसिल चेक) इस फॉर्म के साथ लगाना होता है जिससे पैसा कटेगा। यह इसलिए जरूरी है ताकि LIC और बैंक आपके अकाउंट की डिटेल्स को वेरिफाई कर सकें।
5. हस्ताक्षर करें और फॉर्म जमा करें
अब फॉर्म को भरने के बाद, जहां-जहां सिग्नेचर मांगा गया है वहां अपने दस्तखत (हस्ताक्षर) करें। ध्यान दें कि हस्ताक्षर बैंक रिकॉर्ड के अनुसार होने चाहिए, वरना फॉर्म रिजेक्ट हो सकता है। इसके बाद फॉर्म और चेक LIC शाखा में जमा कर दें।
6. प्रोसेसिंग और वेरिफिकेशन का समय
फॉर्म जमा करने के बाद LIC और आपका बैंक मिलकर सभी जानकारी की जांच करते हैं। यह प्रक्रिया 7 से 15 कार्यदिवस तक का समय ले सकती है। एक बार जब सबकुछ वेरिफाई हो जाता है, तब आपका NACH एक्टिवेट हो जाता है और अगली किस्त से आपके बैंक अकाउंट से प्रीमियम अपने आप कटने लगता है।
महत्वपूर्ण सलाह:
- फॉर्म भरते समय कोई भी कॉलम खाली न छोड़ें।
- फॉर्म की एक कॉपी अपने पास भी रखें।
- बैंक खाते में हमेशा पर्याप्त बैलेंस रखें ताकि कटौती में कोई दिक्कत न हो।
- यदि किसी महीने कटौती नहीं होती, तो पॉलिसी लैप्स हो सकती है, इसलिए अलर्ट रहें।
LIC e-NACH Registration कैसे करें? (ऑनलाइन प्रक्रिया)
- Net Banking या
- Debit Card