LIC NEFT registration online: आज के डिजिटल जमाने में पैसे के लेन-देन के तरीके भी काफी बदल चुके हैं। पहले जहाँ पॉलिसीधारक को चेक या ड्राफ्ट का इंतजार करना पड़ता था, अब पैसा सीधे बैंक खाते में आने लगा है। ये सब संभव हुआ है NEFT की सुविधा के कारण।
अगर आपने LIC (Life Insurance Corporation of India) की कोई पॉलिसी ली है, तो आपके लिए ये जानना जरूरी है कि NEFT क्या होता है, और इसे LIC पॉलिसी में रजिस्टर कैसे किया जाता है, ताकि भविष्य में कोई भी भुगतान आपको सीधा बैंक अकाउंट में मिल सके।
NEFT क्या होता है?
NEFT का पूरा नाम है – National Electronic Funds Transfer। यह एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है, जिसकी मदद से एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं।
RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा शुरू की गई यह सुविधा अब भारत के लगभग सभी बैंकों में उपलब्ध है। यह एक सुरक्षित, आसान और तेज़ तरीका है पैसा भेजने और पाने का।
LIC (Life Insurance Corporation of India) भी अब अपने ग्राहकों को पॉलिसी से जुड़े भुगतान, जैसे कि बोनस, परिपक्वता राशि (Maturity), मृत्यु लाभ (Death Benefit) आदि सीधे बैंक अकाउंट में देने के लिए NEFT का इस्तेमाल करता है।
LIC में NEFT का क्या महत्व है?
पहले के समय में जब भी किसी पॉलिसी का मैच्योरिटी क्लेम, मृत्यु लाभ, सरेंडर वैल्यू या बोनस जैसी कोई राशि देनी होती थी, तो LIC ग्राहक को चेक भेजता था। इसमें कई बार देरी हो जाती थी या चेक गुम भी हो जाता था।
अब LIC ने यह सिस्टम बदल दिया है। अब वह सारे भुगतान NEFT के जरिए सीधे ग्राहक के बैंक अकाउंट में भेजता है। इसके लिए जरूरी है कि आपने अपनी LIC पॉलिसी में NEFT की डिटेल्स रजिस्टर करवा रखी हों।
LIC NEFT Registration के क्या फायदे हैं?
1. LIC में NEFT रजिस्ट्रेशन कराने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि कोई भी क्लेम, बोनस या पॉलिसी की मैच्योरिटी राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाती है। इससे आपको न तो चेक लेने की जरूरत होती है और न ही बैंक में जाकर उसे जमा कराने की।
2. NEFT के जरिए भुगतान मिलने से आपको चेक का इंतजार नहीं करना पड़ता। जैसे ही LIC की तरफ से भुगतान प्रोसेस होता है, कुछ ही समय में वह रकम आपके खाते में ट्रांसफर हो जाती है। इससे समय की काफी बचत होती है।
3. चेक के मुकाबले NEFT ट्रांसफर ज्यादा सुरक्षित होता है। इसमें पैसे सीधे आपके बैंक अकाउंट में आते हैं, जिससे चेक खोने, गुम होने या किसी गलत व्यक्ति के पास जाने का खतरा नहीं रहता। इससे भुगतान प्रक्रिया भरोसेमंद बनती है।
4. NEFT की सुविधा के जरिए आपको किसी भी भुगतान के लिए बैंक जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। सभी राशि सीधे आपके खाते में आ जाती है, चाहे वह क्लेम हो, बोनस हो या पॉलिसी की पूरी रकम। यह सुविधा खास तौर पर बुज़ुर्गों और गांव में रहने वालों के लिए बहुत उपयोगी है।
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LIC में NEFT कैसे रजिस्टर करें?
अब बात करते हैं कि LIC में NEFT रजिस्ट्रेशन कैसे किया जाए। इसके दो तरीके हैं:
1. ऑनलाइन तरीका (Online Process)
अगर आपके पास स्मार्टफोन या कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधा है, तो आप घर बैठे NEFT रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस:
- LIC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: https://licindia.in
- ऊपर मेनू में से ‘Customer Services’ पर क्लिक करें।
- वहां से NEFT फॉर्म डाउनलोड करें या सीधे इस लिंक से लें।
- NEFT फॉर्म को प्रिंट करें और ध्यान से भरें: आपका नाम (जैसा पॉलिसी में है), पॉलिसी नंबर, बैंक का नाम, अकाउंट नंबर, IFSC कोड, ब्रांच का नाम
- इसके साथ अपना एक Cancelled Cheque या पासबुक की पहली पेज की कॉपी अटैच करें।
- इन डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करें।
- अब आप यह डॉक्यूमेंट्स LIC की Customer Portal पर लॉग इन करके अपलोड कर सकते हैं या अपनी ब्रांच को ईमेल के ज़रिए भेज सकते हैं।
2. ऑफलाइन तरीका (Offline Process)
अगर आप ऑनलाइन सुविधा का उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो LIC ब्रांच जाकर भी NEFT रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
Lic policy neft form pdf |
कैसे करें?
- ऊपर बताया गया NEFT फॉर्म डाउनलोड करें या LIC शाखा से प्राप्त करें।
- उसे भरें और अपने बैंक का रद्द चेक या पासबुक की फोटो कॉपी लगाएं।
- सारे डॉक्यूमेंट्स को नज़दीकी LIC ब्रांच में जमा करें।
- ब्रांच में जमा करने के बाद आपको एक रिसीविंग स्लिप दी जा सकती है।
- कुछ दिनों में आपकी डिटेल्स सिस्टम में अपडेट हो जाएंगी।
NEFT फॉर्म भरते समय ध्यान देने योग्य बातें
- फॉर्म में दी गई जानकारी पॉलिसी के नाम से मिलती होनी चाहिए।
- बैंक अकाउंट पॉलिसीधारक के नाम से ही होना चाहिए।
- IFSC कोड बिल्कुल सही भरें।
- अगर एक से अधिक पॉलिसी है, तो सभी पॉलिसी नंबर फॉर्म में लिखें।
- किसी भी गलती से बचने के लिए दो बार चेक करें।
NEFT रजिस्ट्रेशन कब जरूरी होता है?
जब आपकी पॉलिसी मैच्योर होने वाली हो, या फिर किसी भी तरह का क्लेम जैसे बोनस, लोन अमाउंट या सरेंडर वैल्यू मिलने वाली हो, तो LIC वह राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेजता है। इसके लिए जरूरी है कि आपकी NEFT डिटेल्स पहले से रजिस्टर्ड हों।
अगर मृत्यु लाभ (Death Claim) की स्थिति आती है, तब भी राशि का भुगतान NEFT के जरिए ही किया जाता है। इसलिए सबसे अच्छा यही होता है कि पॉलिसी लेते ही NEFT रजिस्ट्रेशन करा लिया जाए, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी न हो और भुगतान समय पर और सुरक्षित तरीके से मिल सके।
🔁 अगर बैंक अकाउंट बदल जाए तो क्या करें?
अगर आपने बैंक अकाउंट बदला है, तो आपको फिर से नया NEFT फॉर्म भरकर LIC में जमा करना होगा। पुराने अकाउंट की डिटेल्स अपने आप अपडेट नहीं होतीं।
इसे भी पढ़े: LIC Maturity Form in Hindi, फॉर्म कैसे भरे और मचुरिटी क्लेम कैसे करे - पूरी जानकारी
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के डिजिटल युग में NEFT एक बहुत ही जरूरी सुविधा बन चुकी है, खासकर LIC जैसे संस्थानों के लिए जो करोड़ों ग्राहकों को भुगतान करते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपको LIC का पैसा जल्दी, सुरक्षित और सीधे आपके खाते में मिले, तो अभी ही NEFT रजिस्ट्रेशन कराएं।
आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। फॉर्म भरना आसान है और LIC की वेबसाइट पर सारी जानकारी उपलब्ध है।
अगर यह लेख आपको उपयोगी लगा हो, तो कृपया इसे अपने LIC एजेंट दोस्तों, पॉलिसीधारकों और परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करें। अगर आप एक LIC एजेंट हैं तो इसे अपने ग्राहकों को भी भेजें – इससे उनका भरोसा बढ़ेगा और सर्विस बेहतर होगी।
कोई सवाल हो तो कमेंट या मैसेज में ज़रूर पूछें, मैं हमेशा मदद के लिए तैयार हूँ 😊
FAQs
NEFT एक बैंकिंग प्रणाली है जिसके माध्यम से LIC आपके क्लेम या भुगतान को सीधे आपके बैंक अकाउंट में भेजता है।
NEFT रजिस्ट्रेशन से आपका भुगतान तेज़, सुरक्षित और सीधा बैंक खाते में होता है। इससे चेक या ड्राफ्ट का इंतज़ार नहीं करना पड़ता।
आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से NEFT फॉर्म भरकर और जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
आपको भरा हुआ फॉर्म, पासबुक की कॉपी या कैंसिल चेक और पहचान पत्र लगाना होता है।
हाँ, आप एक ही NEFT फॉर्म में अपनी सभी पॉलिसी नंबर लिख सकते हैं, लेकिन सभी पॉलिसीधारक का नाम और बैंक अकाउंट एक जैसा होना चाहिए।
आमतौर पर NEFT रजिस्ट्रेशन प्रोसेस 3 से 7 कार्यदिवसों में पूरा हो जाता है।
अगर आपने बैंक अकाउंट बदला है तो आपको नया NEFT फॉर्म भरकर फिर से जमा करना होगा, ताकि नई डिटेल्स अपडेट की जा सकें।